food science and technologies
हेलो दोस्तों , आज के आर्टिकल में हम food science and technologies के बारे में जानेंगे। जिसमे हम जानेंगे के फ़ूड साइंस , फ़ूड टेक्नोलॉजी , फ़ूड इंजीनियरिंग ,फ़ूड प्रोसेसिंग क्या होता हे, साइंंटिस्ट का इसमें क्या योगदान होता हे , और इन सब का हमारे जीवन में क्या महत्व हे उसके बारे में हम बात करेंगे। तो चलिए कुछ नया जानते हे।
food science and technologies के दो पेहलु हे। एक हे scientific aspect और दूसरा हे technological aspect . scientific aspect में food chemistry, physics, और बायोलॉजी के बारे में जानकारी होना काफी ज़रूरी हे। जब की technological पेहलु में Food engineering ,Food processing ,Food manufacturing ,packaging वगैरह के बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी हो जाता हे।
food science and technologies का मुख्य हेतु खाने की चीज़ो की लाइफ को बढ़ाना यानि की वो खाने की आइटम लम्बे समय तक चलाया जा सके ऐसी अवश्था में रखना हे। जैसे की किसी फ्रूट को फ्रिज में रखा जाये तो वो १ महीना चल जायेगा लेकिन उसी फ्रूट का जाम बनाया जाये तो वो ६ महीने या १ साल भी चल सकता हे।
food science and technologies फ़ूड की लाइफ को बढ़ाने के काम में आता हे। हम इन चीज़ो को बड़ी ही आसान भाषा में एक के बाद एक जानने की कोशिश करेंगे। जिसमे से पहले जानेंगे Food science के बारे में।
branches of food science and technologies
1. Introduction to food science :
इंसान या प्राणी को जिन्दा रहने के लिए खाने की जरुरत होती हे और जो चीज़ शरीर को पोषण देने के लिए खायी जाती हे और जिसको डाइजेस्ट किया जा सकता हे उसको फ़ूड कहते हे। इसी फ़ूड की प्रकृति को और उसमे जो बदलाव होते हे उसे जानने की प्रक्रिया को फ़ूड विज्ञानं या Food science कहते हे।
अपने देखा होगा के कटे हुए सेब को खुली हवा में थोड़ी देर छोड़ने पर उसका कलर बदलके भूरा पड़ जाता हे। ऐसा क्यों होता हे ? इस प्रोसेस को होने में कितना टाइम लगता हे ? ऐसे सवालों के जवाब ढूढ़ने के काम को भी फ़ूड साइंस कह सकते हे।
ये तो हुई सेब की बात। पर फ़ूड साइंस में खाने के उपर अलग अलग तरह से experiment किया जाते हे। फ़ूड को काटकर उसके ऊपर chemical experiment किया जाता हे , उसमें से निकलने वाली चीज़ो को माइक्रोस्कोप के द्वारा study किया जाता हे। और इन सब प्रयोग के द्वारा जो भी जानकारी मिलती हे उसे नोट किया जाता हे।
इन सब experiments से मिलने वाले result को फ़ूड scientist के द्वारा study किया जाता हे। जिससे पता चलता हे के उस खाने में कोन कोन से nutrition जैसे के carbohydrates, fats, proteins, vitamins, ओर minerals.

आसान भाषा ने कहे तो भोजन की भौतिक, रासायनिक या जैव रासायनिक प्रकृति का अध्ययन ही खाद्य विज्ञान है। फ़ूड साइंस एक तरह का data या जानकारी हे जिसका उपयोग करके खाने की quality को बढ़ाया जा सकता हे और उसे खाने के लिए और आकर्षक, safe और पोषणयुक्त बनाया सकता हे ।
2. Introduction to food technology :
Food science में हम experiment की मदद से खाने के बारे में जानकारी लेते हे। उसी जानकारी का उपयोग Food technology में खाने को पसंद करने में (Selection), Food को लम्बे समय तक बचाये रखने के लिए (preservation),डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए , Food packaging में किया जाता ह। isi ko kehte he Food Technology.
इसका मतलब ये हुआ के Food science बिना Food Technology मुमकिन नहीं हे। और Food technology के बिना Food science का कोई मतलब नहीं हे। क्यूंकि Food technology में Food के बारे में जानकरी चाहिए जो Food Science से ही मिलेगी।

एक example लेते हे आप के पास एक आम का फल हे। उस आम में से आपको जाम बनाना हे। तो आपको जानना पड़ेगा के इस Mango या आम को पकाएंगे तो उसपे क्या असर होगा ? , उसे फ्रिज में ठंडा करेंगे तो उसपे क्या असर होगा ? , उसे काटकर रखेंगे तो क्या होगा ?
इन सब चीजों की जानकारी उसपे किये गए Experiments से पता चलेगी। जिसका उपयोग आम का जाम बनाने में किया जायेगा। यानि की Food technology और Food science दोनों एक दूसरे जे साथ जुड़े हुए हे।
food science and technologies अनाज, फल या सब्जी के कटाई के समय से कस्टमर के पास खाना बन कर पहुंचने तक हुए हर एक प्रोसेस को शामिल करता हे।
3. Branches of food science :
1.Food Chemistry – खाद्य रसायन विज्ञान :
Food Chemistry एक ऐसा विषय है जो Food Components (khane ke घटको) और उसके गुणों की जांच करता हे। ये एक ऐसी स्टडी हे जिसमे Food के अंदर होने वाले chemical और Biochemical बदलाव को स्टडी किया जाता हे।
2.Food Microbiology – खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञान :
Food Microbiology में निचे दी गयी स्टडी को शामिल की जाती हे जैसे की :

- खान के अंदर कौन कौन से सुष्मजीव(microorganisms) हानिकारक हे और कोनसे लाभदायक हे ये जानना।
- किन चीजों की वजह से food में सुष्मजीव की बढ़ोती होती हे।
- सुष्मजीव की फ़ूड में बढती को कैसे रोका जाए।
- खाद्य जनित बीमारी को कैसे रोका जाए ।
4. Branches of food Technology :
1. Food Processing -खाद्य प्रसंस्करण :
एक बार Food के components के बारे में पता लगा लेने के बाद उसको प्रोसेस किया जाता हे। क्यों की Food को प्रोसेस करने से फ़ूड की लाइफ में बढ़ोती होती हे और उनको ज्यादा आकर्षक बनाया जा सकता हे। Food process करने से खाने को ज्यादा tasteful और पैकेजिंग के लायक बनाया जा सकता हे।

सरल भाषा में कहे तो Food processing ऐसी तकनीक हे जिससे food को बिगड नेसे बचाया जा सकता हे , Food को store किया जा सकता हे, पैक किया जा सकता हे , और food की quality और taste को भी बेहतर बनाया जा सकता हे। इस प्रक्रिया को Food processing कहते हे। क्युकी बिना Food processing खाने को लम्बे टाइम तक स्टोर कर पाना नामुमकिन हे।
इसलिए अनाज पकने पर उसे काटा जाता हे , eggs लिए जाते हे , मांस के लिए जानवरो को कटा जाता हे और इन चीज़ो को प्रोसेस किया जाता हे जिससे Food आइटम्स का इस्तेमाल किया जा सके या फिर उसमें से नए Food product में बदला जाता हे जैसे mango fruit को जाम में बदलना ।
2. Food Preservation – खाद्य संरक्षण :
Food Preservation करना इसलिए जरुरी हे क्यूंकि खाने की चीज़ कभी भी बनाते वक्त या फिर स्टोर करते वक्त ख़राब हो सकती हे और उसे बचाके रखना बहुत जरुरी हे। Food Preservation की वजह से फ़ूड को बिगड़ ने से बचाया जा सकता हे , जिससे फ़ूड का टेस्ट ,कलर और उसका texture पहले जैसा रहता हे हे और Food खाने के लायक रहता हे।
Food preservation स्टडी से हमें ज्ञान मिलता हे कैसे फ़ूड की shelf life(Food बिगड़ने तक का टाइम) को बढ़ाया जा सके। अभी के समय में खाने की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए food preservation करना बहुत जरुरी हे। जिससे खाने की चीज़ो की मांग को पूरा करने के आलावा पोषयुक्त और सुरक्षित खाना भी लोगो को मिले ।

Methods of food preservation – Food preservation के तरीके :
- खाने में नमक मिला कर रखना
- खाने को कम तापमान में ठंडा रखना या फिर उसे गरम रखना
- कुछ चीज़ो को preserve करने के लिए उसमे चीनी मिलाई जाती हे।
- खाने में से पानी निकालकर सुखाके रखना।
- कई बार खाना हवा में रहे ऑक्सीजन की वजह से ख़राब हो जाता हे तो उसे बंध डब्बे में या जार में रखा जाता हे।
3. Food Engineering – खाद्य अभियांत्रिकी :
अब बात करते हे Food engineering के बारे में। food processing में फ़ूड को प्रोसेस करने के लिए कई सारे मशीन और साधन की जरुरत रहती हे। फिर से mango का ही example लेते हे जिससे इसको समझने में आसानी रहे। मान लीजिए आपको आम यानि की mango मेसे जाम बनाना हे। तो उसके लिए आपको हो सकता हे knife यानि की चाकू की जरुरत पड़े या कोई मशीन जिससे में सब सामग्री इक्कठा करके आप जाम बना सके।

बड़ी बड़ी Food Factory और food industry में Food processing करने के लिए बड़ी बड़ी मशीनरी और साधन इस्तेमाल किये जाते हे। जिससे food processing कि प्रक्रिया बहोत ज़यादा आसान , तेज , कार्यक्षम तरीके से हो जाती हे। लेकिन machinery या equipment की जानकारी के बिना ये मुमकिन नहीं हे। तो food processing में जो मशीनरी या साधन इस्तेमाल होते हे उसकी study को Food engineering कहते हे। सरल भाषा में कहे तो Food processing में जो मशीनरी या साधन इस्तेमाल होता हे उसकी स्टडी को Food engineering कहते हे।

जैसे food science and technologies एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हे वैसे ही Food processing और Food engineering एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हे। क्यूंकि food processing में इस्तेमाल होने वाले मशीनरी की जानकारी के बिना processed foods हो ही नहीं सकता। इसीलिए कई colleges के science and technology department में food processing और food engineering की study एक साथ होति हे।
food science and technologies के कारण से आज हम सुपरमार्केट से बिना फ़िक्र किये food products खरीद सकते हे और खा सकते हे , जिसमे Food scientist और food technologist का बहोत बड़ा योगदान हे। खेत से लेकर ग्राहक के घर तक हर एक processed foods जो तैयार किया जाता हे वह हर safety standard से गुज़र कर आता हे। और इसी वजह से हमें ये फ़िक्र करने की जरुरत नहीं पड़ती के ये food products खाने लायक हे के नहीं। और इसीलिए food science and technologies का क्षेत्र हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता हे।
अगर आपको भी इस फील्ड में काम करने और करियर बनाने की चाहत हो तो इस आर्टिकल को ज़रूर पढ़े जिसमे food science and technologies से जुड़ा हर एक कोर्स के बारे में जानकारी दी गयी हे जिसका लिंक निचे हे।
Career in Food Science : जानें फूड साइंस में कोर्स और नौकरियां के बारे में
आशा करता हूँ आपको food science and technologies का ये आर्टिकल पसंद आया होगा और कुछ नया जानने को मिला होगा। आया हो तो कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताये। और कोई सवाल हो या सुझाव हो तो ज़रूर बताये। मिलते हे अगले आर्टिकल में। thank you !
wah , ap bahot badhiya likhte he